बुद्ध: जन्म से प्रज्ज्ञता तक
बुद्ध: जन्म से प्रज्ज्ञता तक
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सिखाना पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना जीवन का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य है। यह लक्ष्य जन्म में मौजूद होता है, और हर व्यक्ति को इसे पूरा करना चाहिए
आश्रम में बुद्ध का उदय , एक साधारण बालक के रूप में हुआ। लेकिन, उनके जीवन में कुछ हुआ जिसने उनकी जिंदगी को अमर बना दिया।
- बुद्ध ने
- संसार के अन्याय को देखा
उन्होंने ध्यान द्वारा खुद को एक नई दुनिया की ओर ले जाया। इस यात्रा में, वे बुद्धत्व तक पहुँचे
जीवन चरित्र: श्री गौतम बुद्ध
गुरु लंबाई में उत्पन्न होय हुआ। उनका जन्म एक राजकुमार के रूप में हुआ था, परन्तु बाद में उन्होंने धर्म का मार्ग अपना लिया और बौद्ध धर्म का संस्थापक बनहै। उनके शिक्षाओं ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
- आपके उपदेशों में मुख्य रूप से अहिंसा पर बल दिया गया था।
- उन्होंने दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए काम किया।
- आपके शिक्षाएँ आज भी विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।
भगवान बुद्ध का उपदेश
प्रभु गुरु बुद्ध ने अपने जीवन में एक विशिष्ट दर्शन प्रस्तुत किया, जो मानवता को सुख की ओर ले जाता है। उनके दर्शन का मुख्य आधार अहिंसा है। प्रभु गुरु बुद्ध ने हमें समझना सिखाया कि दुःख का कारण मोह होता है और इनका उपचार ही सुख का मार्ग है। उनके दर्शन में ध्यान को भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, जो हमें अपनी बुद्धि को नियंत्रित करने और सत्य की दीर्घा में मदद करता है।
बुद्ध की शिक्षाएँ: सत्य और मोक्ष मार्ग
बुद्ध ने ज्ञान/विद्या/प्रज्ञा और ध्यान/धारणा/मेडिटेशन के माध्यम से ही सच्चाई की खोज करनी चाहिए। उन्होंने जीवन में उत्पन्न होने वाली आवश्यकताएँ/समस्याएँ/चुनौतियाँ का समाधान निरंतर प्रयास/अथक प्रयत्न/सक्रियता द्वारा पाया जा सकता है। बुद्ध के अनुसार, दुःख की जड़ है लोभ/प्रेम/मोह और इस मोह से मुक्ति पाने के लिए हमें त्याग करना/बचना चाहिए/लक्ष्य रखना चाहिए।
- सत्य/तथ्य/वास्तविकता को जानकर ही हम अपने जीवन में सच्ची खुशियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
- मनुष्य का कर्तव्य/धर्म/निष्ठा है दूसरों के प्रति दयालु और उदार होना।
- मोक्ष/निर्वाण/मुक्ति वह अंतिम लक्ष्य है जो हमें दुःख से मुक्त करता है।
बुद्ध जी और श्रवणकों का अनुयायियों
जगत में प्रचलित संप्रदायों में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं भगवान बुद्ध । उनका जीवन सीख और click here शांति की भावना से प्रेरित था। गौतम का अनुयायी प्रत्येक जीवन में बुद्धत्व प्राप्ति के लिए पथ पर चलते थे।
उनका विवेक आज भी मानवता को बुद्धिमान बनाता है । उनकी तत्त्वज्ञान आज भी लोगों को मार्गदर्शन करती हैं।
बुद्ध का ध्येय: सुख पाना
श्री बुद्ध ने दर्शन और तपस्या के द्वारा मानवता को परम आनंद की प्राप्ति का मार्ग दिखाया। उन्होंने बताया कि दुःखों का मूल कारण है लोलुपता और इसे दूर करने के लिए हमें संयम का पालन करना चाहिए। बुद्ध का जीवन-दर्शन सभी के लिए समान था, जो सभी को शांति प्राप्त करने की ओर प्रेरित करता है।
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